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मां मैं तुझे बहुत प्यार करती हूं। कहती नहीं हूं, तुमसे ज्यादा बात नहीं करती, तुम्हारी ज्यादा फिक्र नहीं करती, ज्यादा जताती नही हूं। पर करती हूं। तेरा खयाल हमेशा मन में रहता है। मुझे पता है मेरी मां बहुत हिम्मत वाली है, बहुत brave है।

मुझे पता है तुम अकेली सी पड़ गई हो, पापा के जाने से, मेरे जाने से और नानी के जाने से। लेकिन सब नियती है। तुम्हे पता है सब लिखा हुआ है। तुम बहुत शक्ति शाली हो। अपने आप को संभाल लेती हो।

रोज तुमसे बात करने का सोचती हूं, लेकिन गृहस्थी में उलझी सी रहती हूं। जानती हूं सब बहाने हैं। शायद तुम्हारी सबसे ज्यादा care करनी चाहिए। 

कोई बात नही। हम दोनो को एक दूसरे का प्यार काफी है। तुम अपनी गृहस्थी में, मैं अपनी में मग्न रहें। एक दूसरे के लिए मन से शुभ सोचते रहें। एक दूसरे को हिम्मत देते रहें। बस यूंही कट जाएगा सफर साथ चलने से। मां तुम हो तो मन लगा रहता है जिंदगी में। तुम हो तो सब कुछ है। तुम हो तो मैं हूं। भगवान सबकी मां को बनाए रखे। सब खुश रहें। 


तुम्हारी बेटी।

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